Saturday, May 8, 2010

इतहास के वोह सटी सावत्री एक नयाँ रूप में ऐया है

For real fighters against operation Pink Ribbon
इतहास की सावत्री एक नया रूप में ऐई है
उसने फिर से कई कई बार अपने कवी का प्राण बचाई है
उसने फिर से कई कई बार अपने कवी का प्राण बचाई है
हद टोह तसने बी हो गयी , जब उस्नामरे फिर से यमराज को ललकार दिया
अपने पति के लिया यमराज को भी Dutkar diya -----------
तब बोले यमराज
सावत्री तेरे को मई खूब pechante हूँ
कभी सावत्री, टोह कभी सुचित्रा बन कर आती हहो
बार बार मेरे कार्य मे बाधा pअहुचाते हूँ
ऊपर मुझे ब्रह्मा को भी देना परता है जवाब
ऊपर मुझसे ब्रह्मा बार बार पूछते है
तेरे सावित्री से क्या मिथ्रिता है

एक बार मैं तेरे से हरा था
उसका लिए इतहास ने बार बार दुत्कारा था
उसके लिए इतहास ने बार बार दुत्कारा था
मुझे अपना कार्य करने दे
इसका समय हुआ है आब पूरा
यह टोह नरक में ही जायेगा , और लगता है वहा भी गुल खिलेयागा
इसका फैसला टोह चित्रगुप्त करेगे
इश्वर करे इसे स्वर्ग नसीब हूँ
नहीं तो मेरे हें सत्ता चीन जायेगे
मुझे भी मधुमय है, पर यमराज होकर भी मांश नहीं खता
औत तेरा पति टोह मांश हें मांश खता है
और उब झुका है इतना
kइ नरभक्षी भी बनाना के तमन्ना r
अख्त है
Incomplete


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