Thursday, November 22, 2012

मधुमिता अब तो laut जयू

मधुमिता अब तो जयू
अपने इस भाई को और ना सताऊ
तेरे सारी की सारी कविताये , लिख दे मैने

अब तोह लौट जयो
अब मंडे को ना आना
सीधा मंगल को मिलेंगे

मंडे ३ के ३ अपॉइंटमेंट है
अपनी चाय पूरी पी के जाना
मुझे बैडमिंटन खेलने जाने है
सच मे बहन, वोह भी एक बहाना है

नीचे अप्पर्त्मेंट के पीछे "HIGHWAYMAN" खरा रहता है

To Be completed
चंद- by PARVIN ALLAHABADI

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